NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 19 भारत माता
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास
पाठ के साथ
प्रश्न. 1.
भारत की चर्चा नेहरू जी कब और किससे करते थे?
उत्तर:
नेहरू जी कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता थे। वे देश के विभिन्न जगहों में होने वाले जलसों में जाया करते थे। वे किसानों की सभा में ‘भारत’ की चर्चा अवश्य करते थे। उन्हें लगता था कि किसानों को संपूर्ण भारत के बारे में जानकारी कम है तथा उनका दृष्टिकोण सीमित है। वे उन्हें बताते थे कि हिंदुस्तान का नाम भारत इस देश के संस्थापक के नाम से निकला हुआ है। भारत शब्द संस्कृत भाषा का है। इस देश का एक हिस्सा दूसरे से अलग होते हुए भी देश एक है। यह ही भारत है तथा इसे अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए आंदोलन की प्रेरणा देते थे।
भारत की चर्चा नेहरू जी कब और किससे करते थे?
उत्तर:
नेहरू जी कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता थे। वे देश के विभिन्न जगहों में होने वाले जलसों में जाया करते थे। वे किसानों की सभा में ‘भारत’ की चर्चा अवश्य करते थे। उन्हें लगता था कि किसानों को संपूर्ण भारत के बारे में जानकारी कम है तथा उनका दृष्टिकोण सीमित है। वे उन्हें बताते थे कि हिंदुस्तान का नाम भारत इस देश के संस्थापक के नाम से निकला हुआ है। भारत शब्द संस्कृत भाषा का है। इस देश का एक हिस्सा दूसरे से अलग होते हुए भी देश एक है। यह ही भारत है तथा इसे अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए आंदोलन की प्रेरणा देते थे।
प्रश्न. 2.
नेहरू जी भारत के सभी किसानों से कौन-सा प्रश्न बार-बार करते थे?
उत्तर:
नेहरू जी भारत के सभी किसानों से निम्नलिखित प्रश्न बार-बार करते थे –
नेहरू जी भारत के सभी किसानों से कौन-सा प्रश्न बार-बार करते थे?
उत्तर:
नेहरू जी भारत के सभी किसानों से निम्नलिखित प्रश्न बार-बार करते थे –
- भारत माता की जय से वे क्या समझते हैं ?
- यह भारतमाता कौन है?
- वह धरती कौन-सी है जिसे वे भारत माता कहते हैं-गाँव की, जिले की, सूबे की या पूरे हिंदुस्तान की।
इन प्रश्नों को सुनकर ग्रामीण कुतूहल व ताज्जुब से भर जाते।
प्रश्न. 3.
दुनिया के बारे में किसानों को बताना नेहरू जी के लिए क्यों आसान था?
उत्तर:
नेहरू जी अपने भाषणों में किसानों की दुनिया के बारे में बताते हैं। दुनिया के बारे में उन्हें जानकारी देना आसान था, ऐसा मानने के कई कारण थे-
दुनिया के बारे में किसानों को बताना नेहरू जी के लिए क्यों आसान था?
उत्तर:
नेहरू जी अपने भाषणों में किसानों की दुनिया के बारे में बताते हैं। दुनिया के बारे में उन्हें जानकारी देना आसान था, ऐसा मानने के कई कारण थे-
- पुराने महाकाव्यों व पुराणों की कथा-कहानियों से किसान पहले से परिचित थे।
- अनेक लोगों ने बड़े-बड़े तीर्थों की यात्रा कर रखी थी जो देश के चारों कोनों पर हैं।
- कुछ सिपाहियों ने प्रथम विश्वयुद्ध में भाग लिया था।
- कुछ लोग विदेशों में नौकरियाँ करते थे।
- 1930 की आर्थिक मंदी के कारण दूसरे मुल्कों के बारे में जानकारी थी।
प्रश्न. 4.
किसान सामान्यतः भारत माता का क्या अर्थ लेते थे?
उत्तर:
किसान सामान्यतः भारत माता का अर्थ अपने देश की धरती से लेते थे। नेहरू जी ने उन्हें समझाया कि उनके गाँव, जिले, नदियाँ, पहाड़, जंगल, खेत, करोड़ों भारतीय सभी भारत माता हैं।
किसान सामान्यतः भारत माता का क्या अर्थ लेते थे?
उत्तर:
किसान सामान्यतः भारत माता का अर्थ अपने देश की धरती से लेते थे। नेहरू जी ने उन्हें समझाया कि उनके गाँव, जिले, नदियाँ, पहाड़, जंगल, खेत, करोड़ों भारतीय सभी भारत माता हैं।
प्रश्न. 5.
भारत माता के प्रति नेहरू जी की क्या अवधारणा थी?
उत्तर:
भारत माता के प्रति नेहरू जी की अवधारणा यह थी कि यहाँ की धरती, पहाड़, जंगल, नदी, खेत आदि के साथ-साथ यहाँ के करोड़ों निवासी भी भारत माता हैं। भारत जितना भी हमारी समझ था उससे भी परे जितना है उससे कहीं अधिक व्यापक है। ‘भारत माता की जय’ से मतलब यहाँ के लोगों की जय से है।
भारत माता के प्रति नेहरू जी की क्या अवधारणा थी?
उत्तर:
भारत माता के प्रति नेहरू जी की अवधारणा यह थी कि यहाँ की धरती, पहाड़, जंगल, नदी, खेत आदि के साथ-साथ यहाँ के करोड़ों निवासी भी भारत माता हैं। भारत जितना भी हमारी समझ था उससे भी परे जितना है उससे कहीं अधिक व्यापक है। ‘भारत माता की जय’ से मतलब यहाँ के लोगों की जय से है।
प्रश्न. 6.
आजादी से पूर्व किसानों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता था?
उत्तर:
आज़ादी से पूर्व भारत के किसानों को गरीबी, कर्जदारी, पूँजीपतियों द्वारा शोषण, जमींदारी, महाजन, कड़े लगान और सूद, पुलिस के जुल्म आदि समस्याओं से जूझना पड़ता था। सिंचाई के पर्याप्त साधन नहीं थे। वर्षा पर निर्भर रहना, कठोर परिश्रम के पश्चात भी मेहनताना न मिलने जैसी अनेक विषम समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
आजादी से पूर्व किसानों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता था?
उत्तर:
आज़ादी से पूर्व भारत के किसानों को गरीबी, कर्जदारी, पूँजीपतियों द्वारा शोषण, जमींदारी, महाजन, कड़े लगान और सूद, पुलिस के जुल्म आदि समस्याओं से जूझना पड़ता था। सिंचाई के पर्याप्त साधन नहीं थे। वर्षा पर निर्भर रहना, कठोर परिश्रम के पश्चात भी मेहनताना न मिलने जैसी अनेक विषम समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
पाठ के आस-पास
प्रश्न. 1.
आज़ादी से पहले भारत निर्माण को लेकर नेहरू के क्या सपने थे? क्या आज़ादी के बाद वे साकार हुए? चर्चा कीजिए।
उत्तर:
आजादी से पहले भारत-निर्माण को लेकर नेहरू के सपने निम्नलिखित थे-
आज़ादी से पहले भारत निर्माण को लेकर नेहरू के क्या सपने थे? क्या आज़ादी के बाद वे साकार हुए? चर्चा कीजिए।
उत्तर:
आजादी से पहले भारत-निर्माण को लेकर नेहरू के सपने निम्नलिखित थे-
(क) किसानों को जमींदारों, महाजनों आदि के चंगुल से मुक्त कराएँगे।
(ख) देश में औद्योगिक क्रांति लाएँगे।
(ग) विज्ञान व तकनीक की शिक्षा प्रदान करेंगे।
(घ) देश की गरीबी दूर करेंगे। उनके ये सपने आजादी के बाद पूर्णत: साकार नहीं हुए। सरकारी अनिच्छा, वोट की राजनीति आदि के कारण किसानों की समस्याएँ पूर्णत: समाप्त नहीं हुई हैं। भ्रष्टाचार के कारण अव्यवस्थित विकास हुआ है। उद्योग स्थापित हुए हैं, परंतु सीमित क्षेत्रों में। गरीबी का भयावह रूप खत्म हो गया है, परंतु आम जन सुविधाएँ सभी को नहीं मिली हैं।
(ख) देश में औद्योगिक क्रांति लाएँगे।
(ग) विज्ञान व तकनीक की शिक्षा प्रदान करेंगे।
(घ) देश की गरीबी दूर करेंगे। उनके ये सपने आजादी के बाद पूर्णत: साकार नहीं हुए। सरकारी अनिच्छा, वोट की राजनीति आदि के कारण किसानों की समस्याएँ पूर्णत: समाप्त नहीं हुई हैं। भ्रष्टाचार के कारण अव्यवस्थित विकास हुआ है। उद्योग स्थापित हुए हैं, परंतु सीमित क्षेत्रों में। गरीबी का भयावह रूप खत्म हो गया है, परंतु आम जन सुविधाएँ सभी को नहीं मिली हैं।
प्रश्न. 2.
भारत के विकास को लेकर आप क्या सपने देखते हैं?
उत्तर:
भारत के विकास को लेकर हम निम्नलिखित सपने देखते हैं –
भारत के विकास को लेकर आप क्या सपने देखते हैं?
उत्तर:
भारत के विकास को लेकर हम निम्नलिखित सपने देखते हैं –
- सभी को मूलभूत सुविधाएँ मिलें।
- देश में रोजगार बढ़े।
- तकनीकी विकास हो।
- उद्योग व कृषि की उन्नति हो।
- देश में शांति का माहौल रहे।
प्रश्न. 3.
आपकी दृष्टि में भारत माता और हिंदुस्तान की क्या संकल्पना है? बताइए।
उत्तर:
मेरी दृष्टि में भारत माता और हिंदुस्तान की संकल्पना में शामिल हैं-
यहाँ के लोग, पर्वत, नदी, पठार, समुद्र, वन, पशु-पक्षी, खेत, यहाँ की संस्कृति व सभ्यता, यहाँ के रहने वाले करोड़ों भारतवासी जो दूर-दूर तक फैले हैं। यही सच्चा भारत है।
आपकी दृष्टि में भारत माता और हिंदुस्तान की क्या संकल्पना है? बताइए।
उत्तर:
मेरी दृष्टि में भारत माता और हिंदुस्तान की संकल्पना में शामिल हैं-
यहाँ के लोग, पर्वत, नदी, पठार, समुद्र, वन, पशु-पक्षी, खेत, यहाँ की संस्कृति व सभ्यता, यहाँ के रहने वाले करोड़ों भारतवासी जो दूर-दूर तक फैले हैं। यही सच्चा भारत है।
प्रश्न. 4.
वर्तमान समय में किसानों की स्थिति किस सीमा तक बदली है? चर्चा कर लिखिए।
उत्तर:
वर्तमान समय में किसानों की दशा पहले से बहुत अच्छी हुई है। हल, बैल छोडकरे आज ट्रैक्टर से खेती कर रहे किसान अब केवल वर्षा पर निर्भर नहीं हैं। सिंचाई के अनेक साधन तथा बिजली की व्यवस्था है। सुविधाजनक ढंग से कर्ज मिल रहे हैं। प्रत्येक बैंक कम ब्याज दरों पर धन उपलब्ध करवाने को तैयार है। जमींदारों की गुलामी का समय अब नहीं रहा। इससे किसानों की आर्थिक दशा में अभूतपूर्व सुधार हुआ है।
वर्तमान समय में किसानों की स्थिति किस सीमा तक बदली है? चर्चा कर लिखिए।
उत्तर:
वर्तमान समय में किसानों की दशा पहले से बहुत अच्छी हुई है। हल, बैल छोडकरे आज ट्रैक्टर से खेती कर रहे किसान अब केवल वर्षा पर निर्भर नहीं हैं। सिंचाई के अनेक साधन तथा बिजली की व्यवस्था है। सुविधाजनक ढंग से कर्ज मिल रहे हैं। प्रत्येक बैंक कम ब्याज दरों पर धन उपलब्ध करवाने को तैयार है। जमींदारों की गुलामी का समय अब नहीं रहा। इससे किसानों की आर्थिक दशा में अभूतपूर्व सुधार हुआ है।
प्रश्न. 5.
आज़ादी से पूर्व अनेक नारे प्रचलित थे। किंहीं दस नारों का संकलन करें और संदर्भ भी लिखें।
उत्तर:
आज़ादी से पूर्व अनेक नारे प्रचलित थे। किंहीं दस नारों का संकलन करें और संदर्भ भी लिखें।
उत्तर:
- वदे मातरम्-बकिमचंद्र चटर्जी-आज़ादी के समय क्रांतिकारियों का मंत्र।
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा-सुभाषचंद्र बोस-सशस्त्र क्रांति का आहवान।
- इंकलाब जिंदाबाद-क्रांति को बढ़ावा देने हेतु।
- अंग्रेजों भारत छोड़ी-देश की आज़ादी के लिए।
- करो या मरो-महात्मा गाँधी-भारत छोड़ो आंदोलन।
- स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है-तिलक-अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल।
- दिल्ली चलो-सुभाष चंद्र बोस-अंग्रेजों को सत्ता से बाहर करना।
- साइमन, वापस जाओ—लाला लाजपत राय–साइमन कमीशन का बहिष्कार।
- हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान-प्रताप नारायण मिश्र-राष्ट्रीय एकता हेतु।
- स्वदेशी अपनाओ-एनी बेसेंट-विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने के लिए।
भाषा की बात
प्रश्न. 1.
नीचे दिए गए शब्दों का पाठ के संदर्भ में अर्थ लिखिए –
दक्खिन, पच्छिम, यक-साँ, एक जुज, ढढ्ढे।
उत्तर:
नीचे दिए गए शब्दों का पाठ के संदर्भ में अर्थ लिखिए –
दक्खिन, पच्छिम, यक-साँ, एक जुज, ढढ्ढे।
उत्तर:
- दक्खिन – दक्षिण प्रांत-केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश।
- पच्छिम – पश्चिम प्रात–गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान।
- यक-साँ – एक जैसा।
- एक जुज़ – एक अंश।
- ढढ्ढे – बोझ।
प्रश्न. 2.
नीचे दिए गए संज्ञा शब्दों के विशेषण रूप लिखिए –
आज़ादी, चमक, हिंदुस्तान, विदेश, सरकार, यात्रा, पुराण, भारत।
उत्तर:
नीचे दिए गए संज्ञा शब्दों के विशेषण रूप लिखिए –
आज़ादी, चमक, हिंदुस्तान, विदेश, सरकार, यात्रा, पुराण, भारत।
उत्तर:
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न. 1.
आज़ादी से पूर्व किसानों की समस्याओं पर प्रकाश डालिए। इसका स्वतंत्रता संग्राम से क्या संबंध था?
उत्तर:
भारत गाँवों का देश है। उस समय भी हमारे देश की 80 प्रतिशत आबादी गाँवों में रहकर खेती करने का काम करती थी। इस तरह देखें तो हमारे देश में जागृति तभी आ सकती थी जब इन ग्रामीण किसानों को जगाया जाता। ये उस समय गरीबी, कर्ज, पूँजीपतियों की गुलामी, ज़मींदार, महाजन, कड़े लगान, सूद और पुलिस के जुल्म जैसी समस्याओं में उलझे हुए थे। इसलिए इन्हें संगठित करना बड़ा ही कठिन काम था। इस कार्य को पूरा करने में लोकप्रिय राजनेताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने किसानों को समझाया कि इन सब समस्याओं से पहले और इनसे ज्यादा जरूरी है स्वतंत्रता के लिए लड़ाई; अतः इनका स्वतंत्रता संग्राम से गहरा संबंध था।
आज़ादी से पूर्व किसानों की समस्याओं पर प्रकाश डालिए। इसका स्वतंत्रता संग्राम से क्या संबंध था?
उत्तर:
भारत गाँवों का देश है। उस समय भी हमारे देश की 80 प्रतिशत आबादी गाँवों में रहकर खेती करने का काम करती थी। इस तरह देखें तो हमारे देश में जागृति तभी आ सकती थी जब इन ग्रामीण किसानों को जगाया जाता। ये उस समय गरीबी, कर्ज, पूँजीपतियों की गुलामी, ज़मींदार, महाजन, कड़े लगान, सूद और पुलिस के जुल्म जैसी समस्याओं में उलझे हुए थे। इसलिए इन्हें संगठित करना बड़ा ही कठिन काम था। इस कार्य को पूरा करने में लोकप्रिय राजनेताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने किसानों को समझाया कि इन सब समस्याओं से पहले और इनसे ज्यादा जरूरी है स्वतंत्रता के लिए लड़ाई; अतः इनका स्वतंत्रता संग्राम से गहरा संबंध था।
प्रश्न. 2.
लेखक द्वारा ‘भारत माता की जय!’ का क्या अर्थ समझाया गया? इससे ग्रामीणों की क्या प्रतिक्रिया हुई ?
उत्तर:
लेखक ने समझाया कि ‘भारत माता की जय!’ अर्थात् भारत भूमि के साथ-साथ इसके कोटि-कोटि नागरिकों की जय है। तुम सब इसका अभिन्न अंग हो अर्थात् भारत के साथ-साथ तुम सबकी भी जय है। भारत माता दरअसल ये सभी करोड़ों लोग हैं। जैसे-जैसे ये विचार उनके मन में बैठते, उनकी आँखों में चमक आ जाती। ऐसी मासूम प्रतिक्रिया, मानो उन्होंने कोई बड़ी खोज कर ली हो।
लेखक द्वारा ‘भारत माता की जय!’ का क्या अर्थ समझाया गया? इससे ग्रामीणों की क्या प्रतिक्रिया हुई ?
उत्तर:
लेखक ने समझाया कि ‘भारत माता की जय!’ अर्थात् भारत भूमि के साथ-साथ इसके कोटि-कोटि नागरिकों की जय है। तुम सब इसका अभिन्न अंग हो अर्थात् भारत के साथ-साथ तुम सबकी भी जय है। भारत माता दरअसल ये सभी करोड़ों लोग हैं। जैसे-जैसे ये विचार उनके मन में बैठते, उनकी आँखों में चमक आ जाती। ऐसी मासूम प्रतिक्रिया, मानो उन्होंने कोई बड़ी खोज कर ली हो।
प्रश्न. 3.
नेहरू जी किसानों से क्या प्रश्न पूछ रहे थे? और क्यों?
उत्तर:
जलसे में नेहरू जी का स्वागत ‘भारत माता की जय!’ नारे से किया गया। इसी को नेहरू जी ने प्रश्न बना लिया। भारत माता कौन है ? किसकी जय की बात हो रही है? इस सवाल पर ग्रामीणों को कुतूहल और ताज्जुब होता और वे चाहकर भी कोई जवाब न दे पाते। आखिर एक जाट ने जवाब दिया कि भारत माता से उनका मतलब धरती से है। लेखक ने इस पर भी प्रश्न पूछे-कौन-सी धरती? तुम्हारे गाँव की? जिले की या सूबे की ? इस तरह कुतूहल जगाकर लेखक उन्हें समझाना चाहते थे कि समस्त हिंदुस्तान के साथ-साथ उनकी स्वयं की भी जय इसमें शामिल है। वे इस देश के अभिन्न अंग हैं।
नेहरू जी किसानों से क्या प्रश्न पूछ रहे थे? और क्यों?
उत्तर:
जलसे में नेहरू जी का स्वागत ‘भारत माता की जय!’ नारे से किया गया। इसी को नेहरू जी ने प्रश्न बना लिया। भारत माता कौन है ? किसकी जय की बात हो रही है? इस सवाल पर ग्रामीणों को कुतूहल और ताज्जुब होता और वे चाहकर भी कोई जवाब न दे पाते। आखिर एक जाट ने जवाब दिया कि भारत माता से उनका मतलब धरती से है। लेखक ने इस पर भी प्रश्न पूछे-कौन-सी धरती? तुम्हारे गाँव की? जिले की या सूबे की ? इस तरह कुतूहल जगाकर लेखक उन्हें समझाना चाहते थे कि समस्त हिंदुस्तान के साथ-साथ उनकी स्वयं की भी जय इसमें शामिल है। वे इस देश के अभिन्न अंग हैं।
प्रश्न. 4.
भारत की एकता को पाठ में किस आधार पर सिद्ध किया गया है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आजादी पाने के लिए लोगों को उनके सीमित क्षेत्र से बाहर लाना बहुत जरूरी था। सामान्य ग्रामीण तो अपने गाँव, खेत और सूबे से आगे ज्यादा कुछ जानते ही नहीं थे। अतः पूरब-पच्छिम, उत्तर-दक्खिन सभी दिशाओं में जानेवाले नेताओं द्वारा यह समझाया गया कि हमारे देश का विस्तार कहाँ तक है और इस विशाल भारत में रहने वाले सभी किसानों की समस्याएँ एक जैसी ही हैं। अतः एक ही उद्देश्य के लिए हमें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। इस प्रकार, देश की अखंडता को समझाया गया है। इस एक देश के लिए हम सभी को मिलकर स्वराज के लिए संघर्ष करना है, क्योंकि यही सबके हित में है।
भारत की एकता को पाठ में किस आधार पर सिद्ध किया गया है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आजादी पाने के लिए लोगों को उनके सीमित क्षेत्र से बाहर लाना बहुत जरूरी था। सामान्य ग्रामीण तो अपने गाँव, खेत और सूबे से आगे ज्यादा कुछ जानते ही नहीं थे। अतः पूरब-पच्छिम, उत्तर-दक्खिन सभी दिशाओं में जानेवाले नेताओं द्वारा यह समझाया गया कि हमारे देश का विस्तार कहाँ तक है और इस विशाल भारत में रहने वाले सभी किसानों की समस्याएँ एक जैसी ही हैं। अतः एक ही उद्देश्य के लिए हमें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। इस प्रकार, देश की अखंडता को समझाया गया है। इस एक देश के लिए हम सभी को मिलकर स्वराज के लिए संघर्ष करना है, क्योंकि यही सबके हित में है।
प्रश्न. 5.
स्वतंत्रता आंदोलन के समान नेहरू जी ने जन-जागरण कैसे किया?
उत्तर:
स्वतंत्रता आंदोलन के समय जलसे आयोजित किए जाते थे और उनमें नेताओं के भाषण हुआ करते थे। नेहरू जी ने अपने भाषण का एक अलग तरीका निकाला। वे केवल भाषण नहीं देते थे वरन् लोगों से ऐसे प्रश्न पूछते थे कि जिसका उत्तर बताने के लिए भारतीय ग्रामीणों को देश के लिए सोचना पड़ता था। जैसे- भारत शब्द का क्या अर्थ है ? भारत माता की जय का क्या प्रयोजन है? यह भारत माता कौन है ? जब काफ़ी सोचने के बाद किसानों और ग्रामीणों का कौतूहल बढ़ जाता और वे चाहते कि लेखक ही उत्तर दें तो नेहरू जी उसका अर्थ बताते थे। इस भागीदारी और जिज्ञासा से जन-जागरण सुगम हो जाता था।
स्वतंत्रता आंदोलन के समान नेहरू जी ने जन-जागरण कैसे किया?
उत्तर:
स्वतंत्रता आंदोलन के समय जलसे आयोजित किए जाते थे और उनमें नेताओं के भाषण हुआ करते थे। नेहरू जी ने अपने भाषण का एक अलग तरीका निकाला। वे केवल भाषण नहीं देते थे वरन् लोगों से ऐसे प्रश्न पूछते थे कि जिसका उत्तर बताने के लिए भारतीय ग्रामीणों को देश के लिए सोचना पड़ता था। जैसे- भारत शब्द का क्या अर्थ है ? भारत माता की जय का क्या प्रयोजन है? यह भारत माता कौन है ? जब काफ़ी सोचने के बाद किसानों और ग्रामीणों का कौतूहल बढ़ जाता और वे चाहते कि लेखक ही उत्तर दें तो नेहरू जी उसका अर्थ बताते थे। इस भागीदारी और जिज्ञासा से जन-जागरण सुगम हो जाता था।
प्रश्न. 6.
नेहरू जी अपने भाषणों में शहरों और गाँवों में क्या अंतर रखते थे?
उत्तर:
नेहरू जी देशभर में भ्रमण कर जनजागरण किया करते थे। शहरों में वे विकास, स्वतंत्रता की चर्चा करते थे। उनकी मूलभूत समस्याओं पर केंद्रित भाषण देते थे क्योंकि शहरी जनता शिक्षित व जागरूक थी। गाँव में लोग अशिक्षित थे, उनकी समस्याएँ अलग होती थी। इसलिए वे वहाँ देश की चर्चा करके उनका ज्ञान बढ़ाना चाहते थे। वे सबको बताते कि यह देश विभिन्न जातियों, वर्गों, समूहों का होते हुए भी एक है। इसे हमें स्वतंत्र कराना है।
नेहरू जी अपने भाषणों में शहरों और गाँवों में क्या अंतर रखते थे?
उत्तर:
नेहरू जी देशभर में भ्रमण कर जनजागरण किया करते थे। शहरों में वे विकास, स्वतंत्रता की चर्चा करते थे। उनकी मूलभूत समस्याओं पर केंद्रित भाषण देते थे क्योंकि शहरी जनता शिक्षित व जागरूक थी। गाँव में लोग अशिक्षित थे, उनकी समस्याएँ अलग होती थी। इसलिए वे वहाँ देश की चर्चा करके उनका ज्ञान बढ़ाना चाहते थे। वे सबको बताते कि यह देश विभिन्न जातियों, वर्गों, समूहों का होते हुए भी एक है। इसे हमें स्वतंत्र कराना है।
Chapter 19 भारत माता NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh
Reviewed by Anonymous
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11:33 pm
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